इस सवाल में एक उत्तर सीधे तौर पर छुपा हुआ है. घर की मुर्गी दाल बराबर. जी,हां यह बात बिल्कुल सही है कि आप अपने घर में देश में कितने भी तीर मार लो…लेकिन अहमियत बाहर वाले या विदेशी को ही मिलती है.
ऐसे में इस सवाल से ज्यादा उलझने की जरूरत नहीं है. होटल मैनेजमेंट का कोर्स बाहर से करने में ही फायदा है और इसके कई फायदे हैं. चलो पहले मैं फायदे गिना देता हूं.
विदेश से होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने पर आपको दुनिया का एक्सपोजर मिलता है. आप दुनिया को और बेहतर तरीके से जान पाते हैं. दुनिया को लेकर आपकी समझ परिपक्व होती है. संसार को आप एक बेहतरीन अवसर के रूप में देखने लगते हैं.
विदेश से होटल मैनेजमेंट करने पर आप कई देशों की संस्कृतियों, वहां के खान-पान, परंपराओं, भाषा, बोलियों को जान-पाते हैं. आप यह जान पाते हैं कि संबंधित देश के खान-पान का वहां की संस्कृति और बोली से क्या ताल-मेल है. साथ ही आप अपने देश की संस्कृति और खान-पान, बोली से वहां के लोगों को अवगत कराते हैं. इससे आपके अनुभव में कई गुणा इजाफा होता है.
विदेश से होटल मैनेजमेंट करने पर आपके संपर्क विश्व-स्तरी बन जाते हैं. आप जिस संस्थान में काम करते हैं वहां कई देशों के छात्र-छात्राएं पढ़ती हैं. ट्रेनिंग लेती हैं. यह छात्र जब अपने देश लौटते हैं या किसी अन्य देश में काम करते हैं तो आपसे संपर्क होने के कारण नौकरी पाने की संभावना आपकी काफी बढ़ जाती है. क्योंकि संपर्क का आपका नेटवर्क दुनियाभर में हो जाता है. इसके अलावा ट्रेनिंग के दौरान आप जिस फाइव से सेवन स्टार होटल्स में विदेशी मेहमानों के आप संपर्क में आते हैं. वे भी आपके करियर की बढ़ोत्तरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
विदेश से होटल मैनेजमेंट करने पर आपके करियर में गुणात्मक बढ़ोत्तरी होती है. क्योंकि दुनियाभर में आपके संपर्क होने पर आपको नई अच्छी नौकरी पाने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है. एक नौकरी से दूसरी नौकरी और दूसरी से तीसरी नौकरी और चौथी पाने की आपकी संभावना ज्यादा होने के कारण आपकी सैलरी में गुणात्मक इजाफा होता है. जो कि देश में रहकर संभव नहीं है.
होटल मैनेजमेंट का कोर्स विदेश से करने पर घर में ही सिमटे रहने की हमारी झिझक दूर हो जाती है. अपनों से दूर रहने पर निराशा से घिर जाने की दिक्कत से भी हमें छुटकारा मिल जाता है. होम सिकनेस दूर होने पर हम अपने करियर में गुणात्मक बढोत्तरी करते हैं.
अपने देश में अच्छा पैसा तो भूल ही जाओ. अपने देश भारत में होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद पहली सैलरी 10 से 15 हजार के बीच होती है. और यही विदेश से होटल मैनेजमेंट करने पर 40 हजार से एक लाख तक हो सकती है. अपने देश में पहली नौकरी से दूसरी नौकरी पर जाने पर सैलरी में ग्रोथ 10 से 15% होती है लेकिन विदेश में यह 50 से 100% तक या उससे भी ज्यादा हो सकती है.
विदेश से होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने पर आपके संपर्क विश्वस्तरीय हो जाते हैं. इससे नई जॉब मिलने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है. आपके रेज्यूम में जब यह लिखा जाता है कि आप रहने वाले किसी और देश के हैं. कोर्स दूसरे देश में जाकर किया है. ट्रेनिंग शानदार 5 से 7 स्टार होटल में की है तो नौकरी देने वाले तुरंत आपको अच्छी सैलरी के साथ नौकरी पर रखते हैं.
यह तो होता ही है. विदेश से लौटने वाला तो खास होता ही है. आप होटल मैनेटमेंट का कोर्स बाहर से कीजिए. पांच से सात साल विदेश में कई देशों में नौकरी करके बिताइये. फिर आप अच्छी सैलरी और पैसे के साथ भारत लौटिये. देखिएगा, कैसा स्वागत होता है. नौकरियों की लाइन लगेगी सो अलग, अच्छा पैकेज भी मिलता है.
इसलिए मेरी सलाह में भारत की बजाए विदेश से होटल मैनेटमेंट का कोर्स करने के कई फायदे हैं. उदयपुर स्थित उदयपुर इंस्टिट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट www.uihm.org से होटल मैनेटमेंट का डिप्लोमा और डिग्री कोर्स थाइलैंड की पाथुमथानी युनिवर्सिटी से कराती है. विदेश से होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने का सबसे बेहतरीन, शानदार और विश्वसनीय संस्थान है.
उदयपुर स्थित उदयपुर इंस्टिट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट #UIHM ना सिर्फ 100% जॉब प्लेसमेंट कराता है. बल्कि ट्रेनिंग के दौरान 15 से 20 हजार रुपए हर महीने का स्टाइपंड भी दिलाता है.
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